संवाददाता मोहम्मद यासिर
आजमगढ़ सरायमीर आजमगढ़ मदरसा -तुल-इस्लाह में बच्चों का शैक्षिक भविष्य और माता-पिता की ज़िम्मेदारियाँ के विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कारी मुनाजिर हसन के द्वारा कुरआन पाक की तेलावत व मदरसा के छात्रों के ने स्कूल के तराना से किया गया।प्रोफेसर अलाउद्दीन खान इस्लाही ने मदरसा इस्लाह व मुख्य अतिथि प्रोफेसर रफीउल्लाह आज़मी का विस्तार पूर्वक परिचय बताते कहाकि मदरसा- तुल-इस्लाह में दीनी और दुनियावी शिक्षा दी जाती है यहां से शिक्षा प्राप्त कर अपने विकास के साथ साथ देश के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्य अतिथि प्रोफेसर रफीउल्लाह आज़मी मौलाना आज़ाद प्रोफेशनल उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद में इतिहास विभाग ने बच्चों का शैक्षिक भविष्य और माता पिता की जिम्मेदारियां पर विस्तार से बताते हुए कहा कि छात्र छात्राओं को लगन व दिल लगा कर शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए शिक्षा प्राप्त करते समय अपने पसंद का विषय अवश्य चुन लें। कभी भी हिम्मत ना हारें तरक्की के लिए ऊंचा सपना देखें तभी कमियाबी मिलेगी। माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए शिक्षा में दीनी दुनियावी शिक्षा का बंटवारा ना करें सभी शिक्षा दीनी है किसी भी प्रकार कि शिक्षा प्राप्त कर ईमानदारी काम किया जाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मदरसतुल इस्लाह के प्रबंधक डॉ. फखरुल इस्लाम इस्लाही ने अपने सम्बोधन में कहा कि अभिभावक अपने बच्चों का स्कूल में एडमिशन कराकर टूशन लगाकर खामोश नहीं बैठ जाएं बल्कि उनकी देखभाल करें कम से कम एक घंटा बच्चों के साथ बैठकर उनके शिक्षा की जानकारी लें। संचालन मौलाना सरफराज अहमद इस्लाही ने किया। कार्यक्रम में स्कूल के अध्यापक व छात्रों के साथ साथ उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
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