शिब्ली नेशनल कॉलेज के बी.एड. विभाग का पांच दिवसीय स्काउट/ गाइड विशेष परिचयात्मक कोर्स सम्पन्न





संवाददाता, अब्दुर्रहीम शेख़

उत्तर प्रदेश आजमगढ़, दिनांक 14 फरवरी 2025 को अपराह्न् शिब्ली नेशनल कॉलेज के बी.एड. विभाग का पांच दिवसीय स्काउट / गाइड  विशेष परिचयात्मक कोर्स जो 10 फरवरी से संचालित था , सफलतापूर्वक संपन्न  हो गया । यह विशेष शिविर लीडर ऑफ द कोर्स डॉ. शफीउज़्ज़मां एवं सहायक स्टाफ मोहम्मद सादिक व काउंसलर अखिलेश यादव के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ । इस कोर्स को छ: टोलियों में विभाजित किया गया था । गाइड की दो टोलियां थी - रानी लक्ष्मीबाई और रजिया सुल्ताना टोली व स्काउट की चार टोलियां अल्लामा शिब्ली नोमानी , भगत सिंह , सुभाष चंद्र बोस एवं महात्मा गांधी टोली ।
प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षार्थियों को ध्वज शिष्टाचार , प्राथमिक सहायता, गांठ एवं बंधन , तम्बू एवं पुल निर्माण , खोज के चिन्ह , सामुदायिक विकास कार्यक्रम , टी.ए. हाईकिंग , कैंप फायर , मैसेंजर ऑफ पीस, सैंड स्टोरी , किम्स गेम , बिना बर्तन के भोजन बनाना इत्यादि का कुशल प्रशिक्षण दिया गया । शिविरार्थियों को आज अंतिम दिन सहायक प्रशिक्षक मोहम्मद सादिक ने स्काउट नियम व प्रतिज्ञा के साथ दीक्षा दी।
समापन सत्र के अवसर पर शिविर संचालक डॉ. शफीउज़्ज़मां  ने संबोधित करते हुए कहा " स्काउटिंग विपरीत परिस्थितियों में जीवन जीने की कला है। स्काउटिंग घूमने का विज्ञान है और यह हमें आपदा में प्रबंधन की कला से निपुण करवाता है। स्काउटिंग एक ऐसी यात्रा है, जो हमें न केवल शारीरिक रूप से सशक्त बनाती है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी हमें मजबूत करती है। यह हमें आत्मनिर्भरता, सहनशीलता और साहस की वास्तविक ताकत से परिचित कराती है। स्काउटिंग का हर एक कदम हमें यह सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी उम्मीद नहीं खोनी चाहिए और हमें हमेशा दूसरों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। यह न केवल व्यक्तिगत विकास का रास्ता है, बल्कि समाज में परिवर्तन लाने के लिए एक प्रेरणा भी है। 
बी.एड. विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अफजाल अहमद ने कहा कि "इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों में जीवन के विभिन्न पहलुओं के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता विकसित करते हैं। स्काउटिंग न केवल उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करती है, बल्कि यह उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और निभाने की प्रेरणा भी देती है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के भीतर सकारात्मक सोच, सामूहिक कार्य और आत्मविश्वास को सुदृढ़ करता है।
 महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अफसर अली ने प्रशिक्षार्थियों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि "स्काउटिंग एक ऐसा मंच है, जो हमें साहस, नेतृत्व और समाज सेवा के महत्त्वपूर्ण गुणों से अवगत कराता है। यह न केवल हमारे व्यक्तित्व को निखारता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी हमें तैयार करता है। यह प्रशिक्षण केवल कौशल नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण है, जो जीवन को एक नई दिशा में मोड़ने की क्षमता रखता है। हमें पूरा विश्वास है कि आप सभी इस अनुभव को अपने जीवन में लागू करेंगे और समाज में एक सशक्त और जागरूक नागरिक के रूप में अपना योगदान देंगे।"
कैंप का निरीक्षण सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त , स्काउट नौशाद अली सिद्दकी ने किया  ।उन्होंने कहा कि  "यह प्रशिक्षण विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित होगा, क्योंकि यह उन्हें अपने भीतर छिपी हुई क्षमता को पहचानने का अवसर देता है। स्काउटिंग के दौरान जो कौशल और दृष्टिकोण विकसित होते हैं, वे न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि समाज की सेवा में भी प्रभावी होते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों को टीम भावना, आत्मनिर्भरता और समाजिक जिम्मेदारी की भावना से जोड़ते हैं, जो उन्हें भविष्य में एक जिम्मेदार और सशक्त नागरिक बनने में मदद करते हैं।"

इस अवसर पर बी.एड. विभाग के प्रो. आसिफ कमाल , डॉ. जियाउल हसन खां , डॉ. मोहम्मद जाहिद , डॉ. शगुफ्ता खानम, डॉ. उजैर अहमद , डॉ. संदीप यादव  एवं महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. बाबर अशफ़ाक खां, प्रो.मोहियुद्दीन आजाद इस्लाही , प्रो. मोहम्मद ताहिर , दिव्यशक्ति कुमार गौतम, नेयाज अहमद आदि की उपस्थिति एवं योगदान सराहनीय रहा ।

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