ढांक के तीन पात वाली कहावतें चरितार्थ होती दिख रही है




संवाददाता सुभाष शास्त्री

वाराणसी दौड़ लगा लगा कर थक गये फिर भी हाथ खाली जन-संपर्क कार्यालय वाराणसी में नहीं हो रही सुनवाई डाक्टर जितेंद्र प्रसाद
बानगी स्वरूप शिवपुर में सरकारी तालाब पाटने और कब्जा करने का संदर्भ स्थानीय निवासी डा जितेन्द्र प्रसाद लगभग कयी वर्षों से अथक अर्थात भागिरथी प्रयास कर रहे हैं फिर भी ढांक के तीन पात वाली कहावतें चरितार्थ होती दिख रही है 
गौर तलब है कि तालाब नगर निगम में दर्ज होते हुए भी कोइ फर्क नहीं पड़ता भू माफिया अपने कब्जेदारी वाले मिशन में लगभग सफलता का झंडा बुलंद किये हुए हैं 



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