लखनऊ: 30 जनवरी 2025
संस्कृति विभाग उ0प्र0 के अधीन जैन विद्या शोध संस्थान का 34वां स्थापना दिवस समारोह कल 31 जनवरी, 2025 को पूर्वान्ह 11 बजे अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, गोमतीनगर में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर 06 जैन विद्वान विभूतियों को निजी सहभागिता के आधार पर जैन विद्वानों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जायेगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जैन विद्वानों को सम्मानित करेंगे।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि तीर्थंकर ऋषभदेव सम्मान से प्रो. राजा राम जैन, नोएडा, तीर्थंकर महावीर अहिंसा सम्मान से डॉ. पत्रिका जैन, लखनऊ, आचार्य कुन्दकुन्द सम्मान से डॉ. सचिन्द्र जैन, मंगलायतन, अलीगढ़, भरत चक्रवर्ती सम्मान से डॉ. ज्योति जैन, मुजफ्फरनगर, गणेश प्रसाद वर्णी श्रुत आराधक सम्मान से डॉ. पंकज जैन (भोपाल) और श्रुत संवर्धन सम्मान से जैन अमन अकलंक को सम्मानित किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि निजी सहयोग से पहली बार संस्कृति विभाग के जैन संस्थान द्वारा तीर्थंकर महावीर मोक्षकल्याणक वर्ष 2024 सम्मान प्रारंम्भ किया गया है। ये सम्मान प्रति वर्ष प्रदेश के जैन धर्म-संस्कृति के विद्वानों को प्रदान किया जाएगा, जो जैन धर्म, संस्कृति और विद्या के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। तीर्थंकर ऋषभदेव सम्मान के तहत स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र के साथ एक लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। वहीं, तीर्थंकर महावीर अहिंसा सम्मान और आचार्य कुन्दकुन्द सम्मान के अंतर्गत स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र के साथ 51-51 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी।
जयवीर सिंह ने बताया कि भरत चक्रवर्ती सम्मान के अंर्तगत स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र के साथ 31 हजार रुपये तथा गणेश प्रसाद वर्णी श्रुत आराधक सम्मान और श्रुत संवर्धन सम्मान के अंर्तगत स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र के अलावा 21-21 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। सम्मान समारोह में युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न विद्यालयों के छात्रों के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
Post a Comment