अलीगढ़ के नामचीन हॉस्पिटल को बदनाम करने की की गई कोशिश, जिंदा बच्चे को मृतक दिखाकर तीमारदार ने की पुलिस से झूठी शिकायत

अलीगढ़
 के नामचीन हॉस्पिटल को बदनाम करने की की गई कोशिश, जिंदा बच्चे को मृतक दिखाकर तीमारदार ने की पुलिस से झूठी शिकायत
एंकर:- धरती पर डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना गया है। जब इंसान बीमारी की गिरफ्त में आता है तो वह डॉक्टरों की ओर अपना रुख अपनाता है। डॉ भी हर संभव कोशिश कर अपने मरीजों की जान बचाने के लिए जी जान से लग जाते हैं। और हर संभव कोशिश कर मरीजों की जान बचाते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग डॉक्टरों को बदनाम करने के चक्कर में कुछ लोग झूठे षड्यंत्र रचते हुए नजर आते हैं। जिससे उनको अपना लालच सिद्ध हो सके, ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ में देखने को मिला है। जहां शहर के नामचीन हॉस्पिटल को बदनाम कर झूठी साजिश रची गई।

विओ:-- दरअसल मामला अलीगढ़ के थाना क्वार्सी क्षेत्र के अंतर्गत रामघाट रोड का है। जहां एक नामचीन हॉस्पिटल को बदनाम करने की कोशिश की गई जानकारी के अनुसार एक तीमारदार के द्वारा अपने बच्चे को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। हॉस्पिटल स्टाफ और डॉक्टर ने उस बच्चे को आईसीयू में एडमिट कर इलाज करना शुरू कर दिया। लेकिन बच्चे के तीमारदार का कहना था कि डॉक्टरों ने उनके बच्चे को गलत इलाज कर मार दिया है। और उसे आईसीयू के वेंटीलेटर पर रखा हुआ है। तीमारदार को हॉस्पिटल स्टाफ ने काफी समझाया लेकिन उसकी समझ में नहीं आया। कुछ लोगों के बहकावे में तीमारदार ने हॉस्पिटल के खिलाफ बच्चे को मारने की झूठी तहरीर संबंधित थाने में दिलवा दी, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हॉस्पिटल पर जांच की गई तो उक्त बच्चा हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में सांसे ले रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चे को सही सलामत पाया। बच्चे के तीमारदार से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूछा कि क्या तुम इस बच्चे का इलाज कहीं और कराना चाहते हो तो बताओ तो तीमारदार ने बच्चे को वहां से ले जाने की बात कही हॉस्पिटल के इंचार्ज ने बच्चे को रेफर कर दिया। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के द्वारा हॉस्पिटल को बदनाम करने के उद्देश्य से बच्चे का गलत इलाज कर मार देने की खबरें जंगल की आग की तरह फैला दी गई। वही हॉस्पिटल इंचार्ज डॉक्टर चितरंजन सिंह का कहना था कि साजिश के तहत मुझे और मेरे हॉस्पिटल को बदनाम करने की कोशिश की गई है। यदि मेरी कहीं गलती होती तो स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कार्यवाही की जाती बच्चे को हमने तीमारदार के कहने पर अपने हॉस्पिटल से रेफर कर दिया है ।


डॉ, चितरंजन सिंह
मेक्सफ़ोर्ड हॉस्पिटल
तीमारदार

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