वाशी पुलिस ने किया अंतरराज्य चोर गिरोह का पर्दाफाश, अब तक 8 घरों में चोरी की गुत्थी सुलझी

संवाददाता,,,सगीर अंसारी

नई मुंबई:पिछले एक दशक से अधिक समय से घरों में सेंधमारी करने वाले अंतर्राज्य चोरों के एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार महिला सहित चार लोगो को गिरफ्तार कर वाशी पुलिस ने चोरी के कम से कम आठ मामलों को सुलझाने का दावा किया है।
       
जानकारी के मुताबिक पिछले साल दिसंबर और इस साल जनवरी के महीने में वाशी के सेक्टर 6 में कई घरों में चोरी की कई घटनाएं सामने आई हैं.  इन चोरियों में कुल 99.95 लाख का सामान चोरी हो गया।  इन चोरी के मामलो की जांच के दौरान पुलिस को एक सा ही तरीका मिला कि गिरोह रात में ग्रिल तोड़कर घर में घुसता था।  वाशी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शशिकांत चंडीकर ने कहा हमें जाँच के दौरान एक आवास से एक आरोपी के फिंगरप्रिंट मिले जो हमारे रिकॉर्ड से मेल खाते थे। उंगलियों के निशान की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी आशीष उर्फ ​​सूरज जलीदार सिंह के रूप में हुई पुलिस को गिरोह के सदस्यों के मोबाइल भी नंबर मिले लेकिन सभी बंद थे। 

लेकिन पुलिस को पता चला कि सभी आरोपी व्हाट्सएप कॉल के जरिए लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे।  चूंकि व्हाट्सएप कॉल को ट्रेस करने में कई दिन लग जाते हैं लेकिन आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिये पुलिस ने उस टेलीकॉम कंपनी का पता लगाया जिसका इंटरनेट डोंगल आरोपी व्हाट्सएप कॉल करने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे और 11 फरवरी को सबसे पहले सिंह के लोकेशन का पता लगाकर सिंह को गिरफ्तार किया गया। आरोपी से जांच में जानकारी मिलने पर पुलिस ने राजकुमार राम कुमार पांचाल (43) और पूजा आकाश जाधव (32) को 15 फरवरी को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया।  चौथी गिरफ्तारी 31 मार्च को उत्तर प्रदेश के राजकुमार लाल बहादुर सिंह ठाकुर (42) की हुई

पुलिस उपायुक्त (जोन I) विवेक पानसरे ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा।  इस मामले में दो और आरोपियों की पहचान एजाज अब्दुल करीम चौधरी और आनंद राजू उर्फ ​​रजवा के रूप में हुई है.  हम इन चार आरोपियों की गिरफ्तारी से घरों में चोरी के आठ मामलों को सुलझाने में सफल रहे हैं। 

पकड़े गए आरोपियों में पांचाल घरों की रेकी करता था और इस बात की बारीकी से जाँच करता कि घर में कोई किराएदार नहीं है।  एक बार जब पूरी जानकारी मिल जाती तो वह अपने साथियों को बुलाता था जो मुंबई और ठाणे में विभिन्न जगहों पर रहते थे सहायक पुलिस निरीक्षक प्रशांत थायडे ने कहा कि अब तक पुलिस ने आरोपियों से 30.17 लाख रुपये का कीमती सामान बरामद किया है वही आगे की जाँच के लिये न्यायलय ने इन सभी को 8 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार आरोपियों का राजस्थान, गुजरात सहित महाराष्ट्र के मुंबई, नवी मुंबई और रायगढ़ के पुलिस थानो में आपराधिक रिकॉर्ड है

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