लूटपाट गिरोह का पर्दाफाश, 4 आरोपी गिरफ्तार

संवाददाता,,सगीर अंसारी 

  ठाणे: मनपाड़ा पुलिस ने डोम्बिवली इलाके में एक ओला चालक से लूट करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार चारों आरोपी हिस्ट्रीशीटर हैं जबकि एक आरोपी नाबालिग है.  पुलिस ने आरोपियों के पास से लुटे गए 9 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, कैश और एक ऑटो रिक्शा बरामद किया है, जिसकी कुल कीमत 2 लाख है.
         
मानपाडा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर बागड़े ने बताया कि 24 मार्च को शिकायतकर्ता ओला चालक राजन चौधरी (22)जोकि गोवंडी मुंबई का रहने वाला है कल्याण (पूर्व) में बदलापुर पाइपलाइन रोड पर नेवाली नाका पर था और तड़के करीब 3 बजे उन्हें यात्रियों के बारे में ओला कंपनी से बुकिंग प्राप्त हुई राजन ने तीन यात्रियों को नेवाली नाका से डोंबिवली के धारदा सर्किल तक पहुंचाया।

जब राजन डोंबिवली के धारदा सर्किल पहुंचे तो उन्हें एक ऑटो रिक्शा चालक ने रोका । ऑटो चालक के साथ एक और शख्स था और उन्होंने ओला ड्राइवर के साथ मारपीट शुरू कर दी।  वहीं ओला पर सवार तीन यात्रियों ने ऑटो रिक्शा के यात्रियों का साथ दिया और ओला चालक से नकदी और दो मोबाइल फोन भी छीन लिए। 

वपोनि बागड़े ने कहा कि घटना के बाद ओला का ड्राइवर डरा हुआ था और अपने मालिक की सलाह पर वह एक अप्रैल को मनपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने आया।  हमने 3 अप्रैल को मामला दर्ज किया था और मामले की गंभीरता को देखते हुए दो टीमों का गठन किया था ताकि आरोपी को गिरफ्तार किया जा सके और जल्द ही हमारी टीम ने डोंबिवली और कल्याण इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और ऑटो चालक को गिरफ्तार किया और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर हमने चारों आरोपियों को 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया। 

आरोपियों की पहचान चंद्रकांत उर्फ ​​चंद्र उर्फ ​​रमेश जामदार, शिवा सांभर, सत्यकुमार कनौजिया और कालू के रूप में हुई है।  सभी डोंबिवली के रहने वाले हैं और इनके खिलाफ मानपाडा , हिललाइन, कल्याण और ठाणे पुलिस स्टेशनों में सेंधमारी, हत्या, डकैती, डराने-धमकाने के कई मामले दर्ज हैं। 

इन गिरफ्तार आरोपियों ने जिस तरह से अपने अपराध को अंजाम दिया उसके बारे में बात करते हुए वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर बागड़े ने कहा कि आरोपियों का समूह में रिक्शे में बैठने वाले उन लोगो को निशाना बनाता था जो अमीर दिखते थे और उनके पास मोबाइल फोन, सोना की अंगूठी या नकदी होती थी। वे यात्रियों का सारा कीमती सामान लूट लेते थे।  वे गरीब पानीपुरी और गुब्बारे बेचने वालों के साथ-साथ ओला ड्राइवरों से भी छोटी रकम वसूलने से नहीं कतराते। 

आरोपी डोंबियोली और कल्याण इलाके में लोगों में डर पैदा कर रहे थे।  बागड़े ने कहा कि गिरोह को ओला चालक राजन चौधरी की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था जिसका मोबाइल फोन और नकदी ले ली गई थी।  चौधरी की शिकायत के बाद यह मामला प्रकाश में आया।  सभी आरोपी हिस्ट्रीशिटर हैं और इनके खिलाफ विभिन्न पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी रमेश जामदार को नवी मुंबई पुलिस ने नवी मुंबई से तड़ीपार किया है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि वे और कितने मामलों में शामिल हैं।  इसके अलावा मुकोका एक्ट के तहत कार्रवाई करने का प्रयास करेंगे।  फिलहाल उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 395 (डकैती के लिए सजा) और 34 (एक ही इरादे से कई व्यक्तियों द्वारा आपराधिक कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है

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