मुंबई: वरली सी फेस पर पिछले दिनों 58 वर्षीय जॉगर राजलक्ष्मी रामकृष्णन की मौत के बाद यह सामने आया है कि इस रोड पर लगातार वीवीआईपी मोमेंट रहता है इस विशाल ब्लाइंड स्पॉट बिना सीसीटीवी निगरानी के है। लेकिन इस रोड पर होने वाले इस हादसे से अब स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वर्ली पुलिस और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) सचिन अहीर ने 3-किमी तक सीसीटीवी और स्पीडोमीटर स्थापित करने के लिए नागरिक निकाय और मुंबई पुलिस वरिष्ठ अधिकारयो से संपर्क करने का फैसला किया है।
कैमरों की अनुपस्थिति के कारण पुलिस अभी तक यह निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है कि पीड़ित राजलक्ष्मी विजय रामकृष्णन हादसे के समय सड़क के किनारे पर थी या सड़क पार करने का प्रयास कर रही थी। चूंकि मार्ग पर कोई स्पीडोमीटर नहीं थे इसलिए आपत्तिजनक वाहन की गति का निर्धारण किया जाना बाकी है। इसलिए पुलिस ने तकनीकी जांच के लिए वाहन को आरटीओ को सौंप दिया है।
हालांकि पुलिस का भी मानना है कि लेन में सीसीटीवी और स्पीडोमीटर होते तो इन सब प्रश्नों के उत्तर आसानी से मिल जाते।
सचिन अहीर ने कहा कि हम निविदा जारी करने धन प्रबंधन आदि की लंबी सरकारी प्रक्रिया को छोड़ कर इसे जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं इसके बजाय मैं अपना एमएलसी फंड देने को तैयार हूं। हम जल्द से जल्द काम शुरू करने के लिए मुंबई के पुलिस कमिश्नर और ट्रैफिक के जॉइंट कमिश्नर से मिलेंगे।
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