वरली हादसे को अभी एक माह पूरा भी नहीं हुआ है फिर एक और हादसा,इस बार लोहे का रॉड ऑटो पर गिरा एक महिला की मौत

 

मुंबई: ऐ दिल है मुश्किल जीना यहां, जरा हटके, जरा बचके, ये है बॉम्बे मेरी जान - कॉमेडी कलाकार जॉनी वॉकर ने 1956 में 'सीआईडी' में इन पंक्तियों को गया था। छह दशक बाद गीत शहर की आम जनता के लिए अस्तित्व का प्रतीक बना है जब एक माह के अंदर कंस्ट्रक्शन साइड पर शुरू काम के दौरान वजनी चीज गिरने से तीन मौते हो चुकी है। नया मामला जोगेश्वरी से सामने आया जहाँ रिक्शे मे स्कूल से बच्ची को लेकर घर जा रही तभी पास की एक निर्माणाधीन इमारत से लोहे का भारी खंभा उनके रिक्शे पर गिर जाने से 27 वर्षीय महिला की मौत हो गई और 9 वर्षीय एक लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई

 मृतक की पहचान शमा शेख के रूप में हुई है जबकि बच्चे की पहचान आयत शेख के रूप में हुई है।  पुलिस के अनुसार शमा आयत को जोगेश्वरी वेस्ट के स्कूल से लेने गई थी और दोनों एक ऑटोरिक्शा से घर जा रहे थे।  जब वाहन जोगेश्वरी पश्चिम से पूर्व की ओर जा रहा था तो एआईएम समूह के मलकानी डेवलपर्स द्वारा बनाई जा रही इमारत से लोहे का एक भारी खंभा चलते हुए रिक्शा पर अचानक गिर गया

 दोनों पीड़ितों को अंधेरी वेस्ट के कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया जहां पहुंचने पर महिला को मृत घोषित कर दिया गया।  बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा है

 एक पुलिस अधिकारी ने कहा हमने ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और पूरी जांच करेंगे

Post a Comment

Previous Post Next Post