पैर पर चढ़ी कार, सर्जरी हुई, दर्द से कराहती बच्ची ने एंबुलेंस में दिया 10वीं का पेपर



मुंबई: परीक्षा के दौरान हुए हादसा मे सर्जरी के दर्द से कराह रही 10वीं क्लास की छात्रा मुब्बशिरा सैयद ने इस हालत में भी बिना हार माने बोर्ड का पेपर दिया है। मुब्बशिरा ने एंबुलेंस से 10वीं का पेपर दिया है। मुब्बशिरा ने अपनी ज़िद से इस मुश्किल हालात से पार पा लिया है जिसके लिए उसकी हर स्तर पर तारीफ हो रही है।

शुक्रवार को मुब्बशीरा अपने स्कूल से लौट रही थी तभी कार का पहिया उसके पैर पर चढ़ गया। नतीजतन उसका पैर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दोस्तों और कार चालक ने उसे अस्पताल पहुंचाया। उसी दिन उसका ऑपरेशन किया गया था। हालांकि सर्जरी सफल रही लेकिन डॉक्टर ने उसे दो सप्ताह तक पूरी तरह आराम करने के लिए कहा।बोर्ड की परीक्षा के दौरान हुए हादसे से इस बात का मलाल था कि वह 10वीं क्लास का पेपर नहीं दे पाएगी। मुब्बशिरा को लगता है कि परीक्षा ना दे पाना पैर के दर्द से भी बदतर था।

मुब्बशिरा के पिता ड्राइवर का काम करते हैं। वह कुछ भी करके 10वीं की परीक्षा पास करना चाहती थी। परीक्षा में बैठने के उसके दृढ़ संकल्प को देखते हुए बोर्ड ने अगले ही दिन उसे एक सहायक लाने की अनुमति दी। उनकी प्रिंसिपल सबा कुरैशी ने कहा बोर्ड की अनुमति के बाद हमने तुरंत एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की साथ ही सभी शिक्षकों ने मुब्बशिरा के इलाज में मदद की है।

साथ ही नौवीं कक्षा की छात्रा नूरसाबा अंसारी ने मुबाशिरा की लेखिका बनने की इच्छा दिखाई। साथ ही उनके क्लास टीचर डॉ. सनम शेख और कुछ अन्य शिक्षकों ने मुब्बशिर को सोमवार के विज्ञान 2 (जीव विज्ञान) के पेपर के लिए तैयार करने के लिए अतिरिक्त मेहनत की और सुबह करीब 10.15 बजे एंबुलेंस को बुलाया गया। इसमें बैठकर वह परीक्षा के केंद्र पहुंची 11 से 1.10 समय मे पेपर दिए।

पेपर लिखने के दौरान परीक्षा केंद्र सेंट स्टैनिस्लास की प्रिंसिपल सिस्टर अरोकियामल एंथोनी एंबुलेंस के अंदर दो छात्रों की निगरानी के लिए मौजूद थीं साथ ही पुलिस सिपाही एंबुलेंस के बाहर इंतजार कर रहे थे। सिस्टर एंथोनी ने कहा की यहां एक ऐसी छात्रा थी जो आत्मविश्वास से भरी और सकारात्मक थी जब उसके हाथ में प्रश्न पत्र आया तो यह एक नया अनुभव था।

 मुब्बशिरा ने कहा मैं बहुत खुश हूं कि मुझे परीक्षा देने का मौका मिला। अपने आप उत्तर लिखना और किसी को उत्तर लिखने के लिए कहना एक अलग था। लेकिन मैं इस अवसर को छोड़ना नहीं चाहता था वह 23 मार्च को सामाजिक विज्ञान के अंतिम प्रश्नपत्र और 25 मार्च को सामाजिक विज्ञान के 2 पेपर भी एंबुलेंस से देने वाली हैं

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